लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
जीने का ये missing angle हमने देखा ही नहीं था
सोचा था के बस हम यूँ ही जीते जायेंगे
सुबह को ऑफिस और शाम को ऑफिस से घर जायेंगे
मिड ऑफ़ वीक में साथ मिले तो थोड़ी बेएर लगायेंगे
और वीकेंड पे हम यारों के साथ वक़्त बीतायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
इक कमरे में रहेंगे और उसे ही जन्नत कहलायेंगे
जब चाहे ताला लगा के कहीं घूमने निकल जायेंगे
घुमते घुमते थक गए तो कहीं पे भी सो जायेंगे
रोज लिखेंगे एक कविता और यारों का torture बढाएंगे
घरवालों को रोज खेरीयत की खबर मोबाइल से करवाएंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
कमाएंगे और उड़ायेंगे उड़ायेंगे और कमाएंगे
रोज न हम अकाउंट में बैलेंस का हिसाब लगायेंगे
ऐसे बेफिक्रे जियेंगे की दुनियां को काम्प्लेक्स दे जायेंगे
मकान से पहले गाडी लेंगे और उसमें पूरे gadgets लगवाएंगे
रोज शाम को यारों के साथ लॉन्ग ride पे निकल जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
नारी का पूरा सम्मान करेंगे और दूर से ही निकल जायेंगे
सिंगल ही रहेंगे न हम ready to mingle का बोर्ड लगायेंगे
दुनिया की बात सुनेगे और एक आध लड़की से मिल आयेंगे
ऐसे present करेंगे खुद को के rejection ही result पाएंगे
फिर घरवालों के आगे घड़ियाली चिंता जताएंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
45 50 तक जम के काम करेंगे और retire हो जायेंगे
कही किसी छोटी सी जगह पे जा के फिर वक़्त बीतायेंगे
वही पर कुछ social वर्क करेंगे और लाइफ का meaning पायेंगे
खाली वक़्त में पढ़ेंगे और या फिर लिखने बैठ जायेंगे
कुछ वक़्त मिलेगा तो कभी कभी घर या यारों से मिलने जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
आखिर वक़्त जब आने लगेगा तो खुदा का भी शुक्रियां कर आयेंगे
न रहेगा कोई बोझ सीने पे शांति से आँखे मूँद पाएंगे
जो भी कुछ होगा वो इस दुनिया को दे कर जायेंगे
वक़्त तक उस आखिर हम सदा मुस्करायेंगे और गुनगुनायेंगे
न किसी को खबर करेंगे बस यूँ ही चुपके से निकल जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
जीने का ये missing angle हमने देखा ही नहीं था
सोचा था के बस हम यूँ ही जीते जायेंगे
सुबह को ऑफिस और शाम को ऑफिस से घर जायेंगे
मिड ऑफ़ वीक में साथ मिले तो थोड़ी बेएर लगायेंगे
और वीकेंड पे हम यारों के साथ वक़्त बीतायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
इक कमरे में रहेंगे और उसे ही जन्नत कहलायेंगे
जब चाहे ताला लगा के कहीं घूमने निकल जायेंगे
घुमते घुमते थक गए तो कहीं पे भी सो जायेंगे
रोज लिखेंगे एक कविता और यारों का torture बढाएंगे
घरवालों को रोज खेरीयत की खबर मोबाइल से करवाएंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
कमाएंगे और उड़ायेंगे उड़ायेंगे और कमाएंगे
रोज न हम अकाउंट में बैलेंस का हिसाब लगायेंगे
ऐसे बेफिक्रे जियेंगे की दुनियां को काम्प्लेक्स दे जायेंगे
मकान से पहले गाडी लेंगे और उसमें पूरे gadgets लगवाएंगे
रोज शाम को यारों के साथ लॉन्ग ride पे निकल जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
नारी का पूरा सम्मान करेंगे और दूर से ही निकल जायेंगे
सिंगल ही रहेंगे न हम ready to mingle का बोर्ड लगायेंगे
दुनिया की बात सुनेगे और एक आध लड़की से मिल आयेंगे
ऐसे present करेंगे खुद को के rejection ही result पाएंगे
फिर घरवालों के आगे घड़ियाली चिंता जताएंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
45 50 तक जम के काम करेंगे और retire हो जायेंगे
कही किसी छोटी सी जगह पे जा के फिर वक़्त बीतायेंगे
वही पर कुछ social वर्क करेंगे और लाइफ का meaning पायेंगे
खाली वक़्त में पढ़ेंगे और या फिर लिखने बैठ जायेंगे
कुछ वक़्त मिलेगा तो कभी कभी घर या यारों से मिलने जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
आखिर वक़्त जब आने लगेगा तो खुदा का भी शुक्रियां कर आयेंगे
न रहेगा कोई बोझ सीने पे शांति से आँखे मूँद पाएंगे
जो भी कुछ होगा वो इस दुनिया को दे कर जायेंगे
वक़्त तक उस आखिर हम सदा मुस्करायेंगे और गुनगुनायेंगे
न किसी को खबर करेंगे बस यूँ ही चुपके से निकल जायेंगे
लाइफ होगी थोड़ी complex सोचा ही नहीं था
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