Thursday, March 29, 2012

मैं कह नहीं पाऊँगा कुछ

इन फूलों से पूछों, इन हवाओं से पूछों
मैं कह नहीं पाऊँगा कुछ
तुम इन  घटाओं से पूछों
शायद ये बता ही देंगे तुम्हे
के मुझे तुमसे कितना प्यार हैं

करता हूँ जो उस इंतज़ार से पूछों , जीता हूँ जो उस सवाल से पूछों
मैं कह नहीं पाऊँगा कुछ
तुम मेरे इन गुजरते लम्हों से पूछों
शायद ये बता ही देंगे तुम्हे
के मुझे तुमसे कितना प्यार हैं

टूटती नहीं जो उस आस  से पूछों , बुझती नहीं जो उस प्यास से पूछों
मैं कह नहीं पाऊँगा कुछ
तुम मेरे इन बिखरे बिखरे ख्यालों से पूछों
शायद ये बता ही देंगे तुम्हे
के मुझे तुमसे कितना प्यार हैं



 



रहने दे यार अब जाने दे ...

रहने दे यार अब जाने दे
जी चुका हूँ मैं अपने नसीब की
अब तू मुझे लौट जाने दे
मुझे अब अपने से मिल जाने दे

रहने दे यार अब जाने दे

न थाम अब तू हाथ मेरा
न रोक नज़रों से रस्ता मेरा
अब तू मुझे भटक जाने दे
मुझे तू अब कही खो जाने दे

रहने दे यार अब जाने दे

कर चुका हूँ सदियों सा इंतज़ार
इंतज़ार अब ये खत्म हो जाने दे
ये बेबसी ये बेकसी ये मेरी खुद से दुश्मनी
मुझे खुद से अब मिट जाने दे

रहने दे यार अब जाने दे

उम्मीद  की डोर से क्यों बांधे हैं तू मुझे
अब मुझे जरा बिखर जाने दे
इस जमीं इस आसमां इस जहाँ में
मुझे अब जस्ब हो जाने दे

रहने दे यार अब जाने दे 




 



Wednesday, March 28, 2012

कुछ कह देते तो...

कुछ कह देते तो कुछ कहने की बात न रहती
जीने की यार मेरे कोई आस न रहती
इसलिए तो चुपचाप से फिरते रहें
सहते रहे सहते रहे और सहते रहे

कुछ न करूँ कुछ न कहूं खुद से हम कहते रहे
मालूम ही था मंजिलें अपनी जुदा हैं
इसलिए हम यूँ ही राहों में भटकते रहे
सहते रहे सहते रहे और सहते रहे

क्यों चलते वो कदम दो साथ क्यों करते हम दो बात
जब राहों में बेहतर उन्हें उनकी हज़ार मिले
इसलिए तो हम यूँ ही इन अंधेरों में छिपते रहे
सहते रहे सहते रहे और सहते रहे

जानूं  हूँ मैं उसकी हैं कोई खता भी नहीं
किस्मत में जो नहीं था वो हैं भी नहीं
इसलिए तो करने से दुआ भी खुदा से बचते रहे
सहते रहे सहते रहे और सहते रहे

Tuesday, March 27, 2012

कर हौसला , तू कदम बढ़ा

कर हौसला , तू कदम बढ़ा

ये गम तो बीत ही जायेंगे
पर पल न फिर ये आयेंगे
गर गिरा हैं तू तो खुद को उठा
गर जला हैं तो खुद को बुझा

कर हौसला , तू कदम बढ़ा

माना जो चाहा वो हुआ नहीं
हाँ सही हैं तू कुछ गम मना
पर दिल से न इस को लगा
जरा मुस्करा नज़र उठा

कर हौसला , तू कदम बढ़ा
हार भी हैं जीत भी
हैं ये जिंदगी की रीत ही
कितनी बार गिर के संभला हैं तू
याद जरा खुद को दिला

कर हौसला , तू कदम बढ़ा

रोज उतरता हूँ कुछ सीड़ियाँ

रोज उतरता हूँ कुछ सीड़ियाँ नीचे की तरफ, चड़ते सूरज का यों एहतराम करता हूँ मैं|

जब भी गुजरता हूँ तेरी ओर से खामोश, थोड़ा थोड़ा हर बार खुद से गुजरता हूँ मैं ।।

हर दिन यूँ ही गुजरता हैं हर शाम यूँ ही तन्हा, हर रात नयी सुबह के इंतज़ार में जगता हूँ मैं ।

कल की उम्मीद ही हैं जो कल हैं मेरा, वर्ना हर पल क्यों इतने तुफानो से लड़ता हूँ मैं ।।


दुश्मनी किसी से नहीं खुद से ही हैं अपनी, ऐसे ही नहीं बार बार तुझे देख के जला करता हूँ मैं ।

बहुत दौड़ लिया मैं वक़्त के पीछे पीछे, अब यूँ ही चुपचाप उसे गुजरने दिया करता हूँ मैं ।।

कई ख़वाब शायद और भी हो इस दिल में, पर दिल की जरा अब कम ही सुना करता हूँ मैं ।

वो दिन जो गए तो अब हम भी चले कही ओर "शफ़क", इस शहर से न उतना प्यार अब करता हूँ मैं ।।

तेरी यादें .. तेरी यादें.. तेरी यादें ..

मैंने कुछ कागजों पे लिख ली हैं
कुछ रंगों से भर ली हैं
मैंने कुछ रख ली हैं , संभाल के इक दराज में
तेरी यादें .. तेरी यादें..  तेरी यादें ..

सोचता हूँ जब तुम चले जाओगे
और फिर जब याद आओगे
तो मैं पल वो फिर से जी लूँगा ,फिर से  महसूस कर लूँगा
तेरी यादें .. तेरी यादें..  तेरी यादें ..

जानता हूँ था कुछ नहीं
जानता हूँ होगा कुछ नहीं
फिर भी रख ली हैं तुझे बिना बतायें जो , वो मेरी हैं जिंदगी भर
तेरी यादें .. तेरी यादें..  तेरी यादें ..
 
मांगू क्या खुदा से अब
दे सकता हैं वो मुझे क्या अब
छीन के तुझे उसने, उम्र भर के लिए दे दी मुझे
तेरी यादें .. तेरी यादें..  तेरी यादें ..  


Friday, March 23, 2012

ख़ामोशी भी इतनी बेवजह नहीं होती

ख़ामोशी भी इतनी बेवजह नहीं होती,
                                              माना तन्हा हैं तू पर तन्हाई बेवजह नहीं होती|
जाने वो कब कहाँ से आ जायें,
                                            धड्कनो में हलचल बेवजह नहीं होती ||

तेरे दिल में हैं वो हरदम,
                                    और तू उन निगाहों में नहीं |
फिर भी भूले से गर वो देख ले,
                                    बैचेनी इन साँसों में बेवजह नहीं होती ||




अब क्या होगा जो भी होगा वो तो होगा

अब क्या होगा जो भी होगा वो तो होगा

ख्वाबों को ले उड़ना होगा

पर्वतों पे चड़ना होगा

और फिर हाँ तुझे ख्वाब कोई नया बुनना होगा

अब क्या होगा जो भी होगा वो तो होगा

Saturday, March 17, 2012

जाना पहचाना सा फिर भी अनजाना सा

जाना पहचाना सा फिर भी अनजाना सा
भुला भुला मैं कुछ खुद से बेगाना सा

जाने क्यों आँखे देखती हैं ये मेरी
सपना अधूरा वही जाना पहचाना सा

जाने अब मैं हूँ कहाँ, जाने अब मैं जाऊं कहाँ
जाने अब मैं भूल जाऊं, कब कितना खुद को यहाँ

जाना पहचाना सा फिर भी अनजाना सा
भुला भुला मैं कुछ खुद से बेगाना सा

अब भी जब तू हैं मिले, जाने क्यों सासें से रुक रुक के चलें
हैं कुछ भी नहीं दरमयां, फिर भी एक  रिश्ता सा हैं चलें 

कौन जाने कहाँ ,कितना भटका हूँ मैं यहाँ
तेरी तलाश में, जी के भी जीया कब कहाँ

जाना पहचाना सा फिर भी अनजाना सा
भुला भुला मैं कुछ खुद से बेगाना सा

अब जब जाने लगे हो, तुम मुझे छोड़ के
जी करता हैं रोक लूं, मैं तुम्हे सारे बंधन तोड़ के

हैं ये कैसे उदासी, हैं कैसी बेचैनी
दिल करता हैं , अब मैं बता भी दूं तुम्हें कभी दिल खोल के

जाना पहचाना सा फिर भी अनजाना सा
भुला भुला मैं कुछ खुद से बेगाना सा
 













कैसे हैं ये तेरे नैना...

नैनो की भाषा समझे ना, इंतज़ार को इस ये समझे ना 
कैसे हैं ये तेरे नैना, कैसे हैं ये तेरे नैना

हाथों में जाम तो देखे हैं , आँखों में आंसू देखे ना
कैसे हैं ये तेरे नैना, कैसे हैं ये तेरे नैना

झूठी मुस्कराहटें देखे हैं , गम के ये जाले देखे ना
कैसे हैं ये तेरे नैना, कैसे हैं ये तेरे नैना

यों तो जिंदगी जीयी ही जाएँ, मर मर के जीना मेरा देखे ना
कैसे हैं ये तेरे नैना, कैसे हैं ये तेरे नैना

हम भी जाने कैसे हैं , समझ के भी समझाना चाहें ना
कैसे हैं ये तेरे नैना, कैसे हैं ये तेरे नैना 
 

 

Tuesday, March 13, 2012

पंडित जी कोई मन्त्र पढ़ दो...

पंडित जी कोई मन्त्र पढ़ दो , मौला जी कोई दुआ हैं कर लो।
हमको होने लगा हैं प्यार, थोड़ी सी मेरी help कर दो ।।

मुझको वो देखे तो देखे ही जाये, ऐसा उसपे कोई जादू  गढ़ दो।
दिल में हो उसके मेरा प्यार ही प्यार , ऐसा दिन और रात को कर दो ।।

उसको भी मेरी याद सतायें, मुझसे मिलने रोज वो आये ।
हंस के जब भी वो मुझे बुलाएँ , Time को थोड़ा stop कर दो ।।

जिंदगी ऐसे जीयी न जाये, Red signal को Green  भी कर दो ।
Life हैं ये dark n black , मेरा future थोड़ा सा bright कर दो ।।
 

Monday, March 12, 2012

शादी कर ले :)

बेटा तू शादी कर ले ,लड़की हैं राजी कर ले।
माँ ने समझाया मुझको, बहना ने बहलायाँ मुझको।।

बाबा ने रोब दिखाया, बोले गुजरा वक़्त फिर न आया।
बतीस का हो चुका हैं, अब तो तू हामी भर ले ।।

कैसे कैसे सपने दिखाएँ, रोज नए फोटोग्राफ दिखाएँ।
माँ ने कहा कर्ज चुका दे, बाबा ने कहा फर्ज निभा ले ।।

दीदी भी कम नहीं थी, साज़िश उसने भी खूब रची थी।
भांजी से कहलाया मुझको , मामा मामी ला दो मुझको।।

हम ठहरे बहते पानी, अपना न कोई सानी ।
रात हर हैं महफ़िल अपनी , हर शाम होती है प्लानिंग अपनी।।

हम नहीं थे फ़सने वाले, सोचा किसी तरह थोडा और वक़्त गुजारे।
क्यों हम बर्बादी कर ले , DD1 जैसी क्यों लाइफ कर ले ।।

हमने सबको समझाया, life का अपनी  vision बताया।
अटल कलाम राहुल सबका ध्यान कराया, फिर भी कोई फर्क न आया ।।

सबके सब अड़े थे ऐसे, सरकारी कोई फाइल हो जैसे।
फिर वही सबने पुराना गाना गाया, के  "बेटा तू शादी कर ले "।।

क्या हम करते फिर यारों, फसे इस बार कुछ बुरे थे यारों ।
फिर हमने भी एक पेंच लगाया, जो meet न हो वो criterion लगाया ।।

कहा लड़की देखने की हो कटरीना जैसी, intelligent हो कल्पना जैसी ।
हर महीने लाख कमाए , खाना Radission माफ़िक बनाये ।।

गाये तो बिलकुल श्रेया जैसी, खेल में हो सायना जैसी ।
सुबह पूजा पाठ करें ,  आपका भी थोडा ख्याल करे ।।

ऐसी मिल जाएँ गर कही, कह दे गर वो हाँ मेरे लिए।
तो हम भी शादी कर ले , आपकी ये आरज़ू भी पूरी कर ले ।।

तब से थोड़ी ख़ामोशी सी हैं, हमारी लाइफ settle सी हैं  |
कई दिनों से फ़ोन नहीं आया , के "बेटा तू शादी कर ले "।।