कुछ ओंस की बूंदे लाया हूँ मैं तेरे लिए
प्यार से चुपचाप से छींट दूँगा आँखों में तेरी तुझे जगाने के लिए
कबसे यूँ ही देखता हूँ मैं तुझे सोते हुए
हल्की सी मुस्कान आती है चली जाती हैं चेहरे पे तेरे
क्या पता देखा हो तुने मुझे खवाबों में तेरे
या जान के कर रही हैं ये तू मुझे सताने के लिए
मन तो ये करता हैं के बस यूँ ही देखता रहूँ तुझे
इतेमनान से पल पल जीता रहूँ जिंदगी भर जिंदगी तेरे लिए
शब्द नहीं हैं और हैं भी तो कम हैं तुझे सब कुछ समझाने को
तू कौन हैं क्या हैं मेरे लिए दिल खोल के तुझे बताने के लिए
प्यार से चुपचाप से छींट दूँगा आँखों में तेरी तुझे जगाने के लिए
कबसे यूँ ही देखता हूँ मैं तुझे सोते हुए
हल्की सी मुस्कान आती है चली जाती हैं चेहरे पे तेरे
क्या पता देखा हो तुने मुझे खवाबों में तेरे
या जान के कर रही हैं ये तू मुझे सताने के लिए
मन तो ये करता हैं के बस यूँ ही देखता रहूँ तुझे
इतेमनान से पल पल जीता रहूँ जिंदगी भर जिंदगी तेरे लिए
शब्द नहीं हैं और हैं भी तो कम हैं तुझे सब कुछ समझाने को
तू कौन हैं क्या हैं मेरे लिए दिल खोल के तुझे बताने के लिए
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