Friday, June 15, 2012

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं ... :)

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं

और सोचते हैं हम, क्या इसमें कुछ हमारा हैं
क्या कभी तेरी बातों में नाम हमारा हैं
क्या कभी तेरे ख्वाबों में आना जाना हमारा हैं

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं

जिंदगी भर रहेंगे तेरी, याद के हम सहारे
क्या कभी तुने सोचा के , क्या हाल हमारा हैं
जब नहीं हैं तेरे रूबरू, तो क्या जीने का सहारा हैं

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं


जब गुजरते हो जान के अंजानो की तरह
सोचते भी हो क्या ,हर पल इंतज़ार हमें बस तुम्हारा हैं
बीतेगी कैसे इक जिन्दगी ,जिसकी उम्मीद बस प्यार  तुम्हारा हैं

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं

सोचकर तो चला था मगर , खीच लाया ये दिल फिर वही
सोचा भी हैं क्या कभी , क्यों बेताब  दिल ये हमारा हैं
क्यों देख के यूँ ही ,गुजार रहा ये दिन ब दिन सारा हैं

हाँ ये जहाँ सब तुम्हारा हैं













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