कहते हैं इश्क बयां हो जाता हैं आँखों से,
हमने बहुत समझाया वो समझे ही नहीं||
अल्फाजों की वैसे ही बहुत कमी थी हमारे पास
उन्ही से उन्हें मनाया वो माने ही नहीं ||
न जाने क्या आरज़ू हैं उनके दिल में,
बहुत अंदाज़े लगाये पर सही कुछ लगे ही नहीं||
bahut seedhi sadhi shikayaten hain....
ReplyDeletemast likha hai