Friday, January 20, 2012

मेरा खुदा करे

मेरा खुदा करे के दिल करे के वो करे कुछ यूँ

के मेरे दर्द की कभी कोई दवा न मिले


मुझको वो प्यारा हैं कुछ इस कदर

में चाहूं के दर्द उसका ही मुझे फनाह करे


रोकूँ कभी जो में कुछ कह के उसे

तो भी खुदा वो मुझे अनसुना सा करे


समझ भी ले गर वो मुझको कभी

गलत ही समझे कुछ वक़्त खेल ऐसा ही करे


खुदा करे हाँ करे खुदा खुदा करे करे

हम जले हम जले रोशन हो इतने के

सूरज भी उजाला फीखा सा करे 


चल चले अब यार चले देखें न देंखे न
कभी भी अब मुड़ के उसको
कहीं न उसे कभी कुछ बुरा सा लगे


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