खवाबों को उड़ने दो,
उम्मीदों को जीने दो|
जिंदगी गर लगे कभी बुरी सी,
लम्हों को नया कुछ बुनने दो||
ख़ामोशी जरा सी होने दो,
अँधेरा जरा सा रहने दो|
समझ में कुछ जब न आये,
तन्हाइयों को जरा कुछ कहने दो||
वक़्त को यूँ ही बहने दो ,
दर्द थोड़ा सा रह जाने दो|
भुला न पाओ तुम जीसे कभी,
उसे याद बनकर दिल में रहने दो||
उम्मीदों को जीने दो|
जिंदगी गर लगे कभी बुरी सी,
लम्हों को नया कुछ बुनने दो||
ख़ामोशी जरा सी होने दो,
अँधेरा जरा सा रहने दो|
समझ में कुछ जब न आये,
तन्हाइयों को जरा कुछ कहने दो||
वक़्त को यूँ ही बहने दो ,
दर्द थोड़ा सा रह जाने दो|
भुला न पाओ तुम जीसे कभी,
उसे याद बनकर दिल में रहने दो||
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