Wednesday, January 9, 2013

आ जरा तू इस गली तुझे प्यार दूंगा

अपना सा ही कोई मैं रंग दूंगा
अपना ये सारा का सारा आसमां  दूंगा
अपनी सी हैं हर जो बात मुझमें वो हर बात दूंगा

आ जरा तू इस गली तुझे प्यार दूंगा


अपना हर इक ख्याल दूंगा
अपनी हर इक तुझे सांस दूंगा
अपना हर दिन अपनी मैं हर रात दूंगा

आ जरा तू इस गली तुझे प्यार दूंगा


चल रहा हूँ न जाने किस सफर पे
पर मैं तुझको वो हर तलाश दूंगा
ख्वाब न जाने देखे हैं किस वक़्त के
पर मैं तुझे वो हर ख्वाब दूंगा
कह रहा हूँ मैं सच मेरे सनम

आ जरा तू इस गली तुझे प्यार दूंगा


हो मेरी क़ीमत चाहे कुछ भी इस जहां में
तुझ पे अपना सब कुछ मैं वार दूंगा
सोचता हूँ मैं तुझको तुझ से भी ज्यादा
तेरे होने का एहसास दूंगा
सोच ले इक बार तो तू ऐ दिलनशी

आ जरा तू इस गली तुझे प्यार दूंगा



 

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