सुबह की किरणों की तरह से, मेरी पलकों से छन के आ
अब आ जरा कुछ इस तरह से, के नया सवेरा दिखाने आ
ऐ जिंदगी मेरी जिंदगी
रह गए थे कुछ जो फासलें, अब मिटाने उन को आ
मेरी रूह को उसके खुदा से, अब मिलाने तू हैं आ
ऐ जिंदगी मेरी जिंदगी
कुछ बात न कर बस साथ चल, कुछ देर ये मेरी राह चल
जो खो दिया था मैंने पा के भी, था हैं क्या अब ये बताने आ
ऐ जिंदगी मेरी जिंदगी
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